(भाला फेंक) अनु रानी का जीवन परिचय और इतिहास, उपलब्धियां, जन्म, माता पिता, परिवार, खेल, शिक्षा आदि - Anu Rani Biography in Hindi
अनु रानी का जीवन परिचय-Anu Rani Jivan Parichay, Biography, itihas, family, net worth, income, career, sports, bhala feek
जन्म और प्रारंभिक जीवन
अनु रानी का जन्म 28 अगस्त 1992 को उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के बहादुरपुर गांव में एक साधारण किसान परिवार में हुआ था। वह एक जाट परिवार से हैं। उनके पिता, अमरपाल सिंह, एक किसान हैं, और उनकी माता का नाम उपलब्ध स्रोतों में नहीं मिला। अनु अपने परिवार में सबसे छोटी हैं, और उनके परिवार में दो भाई, उपेंद्र और जितेंद्र, और दो बहनें, रीतू और नीतू, हैं। अनु का खेलों के प्रति रुझान बचपन से ही था, जिसकी शुरुआत उनके बड़े भाई उपेंद्र ने की, जिन्होंने उनकी भाला फेंकने की प्रतिभा को पहचाना।
शिक्षा
अनु रानी की शिक्षा के बारे में ज्यादा जानकारी उपलब्ध नहीं है। बचपन से ही खेलों में उनकी रुचि थी, जिसके कारण उन्होंने पढ़ाई पर कम ध्यान दिया और भाला फेंक में अपना करियर बनाने पर ध्यान केंद्रित किया।
परिवार
अनु रानी अपने परिवार के साथ उत्तर प्रदेश में रहती हैं। उनके परिवार में शामिल हैं:
- पिता: अमरपाल सिंह (किसान)
- माता: नाम उपलब्ध नहीं
- भाई: उपेंद्र सिंह और जितेंद्र सिंह
- बहनें: रीतू और नीतू
अनु अभी अविवाहित हैं, और उनके बॉयफ्रेंड के बारे में कोई जानकारी सार्वजनिक नहीं है। उनके पिता शुरू में उनके खेल में करियर बनाने के विचार के खिलाफ थे, क्योंकि वे एक रूढ़िवादी परिवार से थे और आर्थिक स्थिति कमजोर थी। हालांकि, अनु ने अपने भाई उपेंद्र की मदद से अपने पिता को मनाया और खेल में आगे बढ़ीं।
खेल और करियर
अनु रानी एक भारतीय भाला फेंक एथलीट हैं, जिन्हें “इंडियन क्वीन ऑफ जैवलिन” के नाम से जाना जाता है। उन्होंने 2010 में अपने करियर की शुरुआत की और तब से कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय उपलब्धियां हासिल की हैं। वह पहली भारतीय महिला हैं जिन्होंने भाला फेंक में 60 मीटर से अधिक की दूरी हासिल की। अनु ने चार बार अपना ही राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ा है।
प्रशिक्षण
अनु ने भाला फेंक की तकनीक को बेहतर करने के लिए पूर्व भारतीय खिलाड़ी काशीनाथ नाइक से प्रशिक्षण लिया, जिन्होंने 2010 कॉमनवेल्थ गेम्स में कांस्य पदक जीता था। आर्थिक तंगी के कारण उनके पास भाला खरीदने के लिए पैसे नहीं थे, इसलिए उन्होंने बांस को भाले का आकार देकर अभ्यास शुरू किया।
उपलब्धियां
अनु रानी ने अपने करियर में कई उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की हैं:
- 2014: लखनऊ में राष्ट्रीय अंतर-राज्यीय चैंपियनशिप में 58.83 मीटर भाला फेंककर स्वर्ण पदक जीता और 14 साल पुराना राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ा। उसी साल दक्षिण कोरिया में एशियाई खेलों में 59.53 मीटर भाला फेंककर कांस्य पदक जीता।
- 2016: नेशनल एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 60.1 मीटर भाला फेंककर पहली बार 60 मीटर का अवरोध तोड़ा और राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया।
- 2017: भुवनेश्वर में एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता।
- 2019: दोहा में एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप में रजत पदक जीता और वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला बनीं। उसी साल चेक रिपब्लिक में IAAF एथलेटिक्स चैलेंज में कांस्य पदक जीता।
- 2020: स्पोर्ट्सस्टार एस स्पोर्ट्सवूमन ऑफ द ईयर अवार्ड जीता।
- 2023: हांगझोउ में एशियाई खेलों में 62.92 मीटर भाला फेंककर स्वर्ण पदक जीता और नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया।
- 2025: पोलैंड में इंटरनेशनल विस्लाव मनियाक मेमोरियल में 62.59 मीटर भाला फेंककर स्वर्ण पदक जीता। ताइवान एथलेटिक्स ओपन चैंपियनशिप और इंडियन ओपन एथलेटिक्स में भी स्वर्ण पदक जीता। भुवनेश्वर में वर्ल्ड एथलेटिक्स कॉन्टिनेंटल टूर में 62 मीटर भाला फेंककर स्वर्ण पदक जीता।
ओलंपिक भागीदारी
- 2016 रियो ओलंपिक: अनु ने अपने ओलंपिक डेब्यू में भारत का प्रतिनिधित्व किया।
- 2020 टोक्यो ओलंपिक: भारतीय टीम का हिस्सा रहीं।
- 2024 पेरिस ओलंपिक: महिला भाला फेंक में भाग लिया।
शारीरिक बनावट
- उम्र: 31 वर्ष (2023 में)
- हाइट: लगभग 5 फीट 5 इंच
- वजन: लगभग 65 किलो
- त्वचा का रंग: गोरा
- आंखों का रंग: काला
- बालों का रंग: काला
नेट वर्थ
अनु रानी की नेट वर्थ लगभग 10 मिलियन डॉलर बताई गई है, हालांकि यह जानकारी अनुमानित है और उनकी आय प्रतियोगिताओं, प्रायोजन, और सरकारी समर्थन पर निर्भर करती है।
सोशल मीडिया
अनु रानी सोशल मीडिया पर ज्यादा सक्रिय नहीं हैं। उनके इंस्टाग्राम अकाउंट पर 148 पोस्ट और 82.1K फॉलोअर्स हैं, जहां वे मुख्य रूप से अपने खेल से संबंधित सामग्री साझा करती हैं।
प्रेरणादायक कहानी
अनु रानी की कहानी प्रेरणादायक है। आर्थिक तंगी और सामाजिक रूढ़ियों के बावजूद, उन्होंने अपने भाई के समर्थन और अपनी मेहनत से भाला फेंक में भारत का नाम रोशन किया। शुरू में उनके पास जूते तक नहीं थे, और वे अपने भाई के जूते पहनकर अभ्यास करती थीं। उनकी लगन और जज्बे ने उन्हें एक राष्ट्रीय आइकन बनाया, जो विशेष रूप से युवा लड़कियों के लिए प्रेरणा स्रोत हैं।
FAQ
- अनु रानी कौन हैं?
अनु रानी एक भारतीय भाला फेंक एथलीट हैं, जो वर्तमान राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक हैं और 2019 वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला हैं। - अनु रानी की उम्र कितनी है?
2023 में उनकी उम्र 31 वर्ष थी। - अनु रानी का जन्म कब और कहां हुआ?
उनका जन्म 28 अगस्त 1992 को मेरठ, उत्तर प्रदेश के बहादुरपुर गांव में हुआ। - अनु रानी के पिता का नाम क्या है?
उनके पिता का नाम अमरपाल सिंह है। - क्या अनु रानी विवाहित हैं?
नहीं, अनु रानी अभी अविवाहित हैं।
अनु रानी ने अपनी मेहनत और दृढ़ संकल्प से न केवल अपने परिवार और गांव का, बल्कि पूरे भारत का नाम रोशन किया है। उनकी उपलब्धियां और संघर्ष की कहानी हर किसी के लिए प्रेरणादायक है।
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